सारे जहा से अच्छा ,भारत है हमारा ,आस्मां को छू के ,बादलो में निहरता ,पांच तारो सा घूमता ,हिन्द सागर का किनारा ,सुखोई के बिच थिरकता ,रफाल नाम तुम्हारा .. सारे जहा से अच्छा ,भारत है हमारा ,वक्त के दायरे में रहके ,शौर्य का अम्बाला ,नौदल को दोस्त बनाके ,छू लिया हिंदुस्तान ये सारा ,छिड़कावContinue reading “Wings of India”
Author Archives: अखिलेश कुलकर्णी
एक कहानी है जो सबको सुनानी है .. (ek ladki bhigi bhagi si song version)
एक anchor बेहद द्रोही सी ,झूठे खबरों की ये रानी सी ,लोक तंत्र से ये डरती,अलगाववादियों पे मरती ,तुम ही कहो ये कोई बात है ..hmmmmm.. बुरहान वाणी की छाती फाड़ी ,गोली वहा लगी , चीख यहाँ आयी ,यह नापाक leftist कौन पता न चला ,है ये कैसे हिंदुस्तान में ?एक anchor बेहद कायर ,खबरोंContinue reading “एक कहानी है जो सबको सुनानी है .. (ek ladki bhigi bhagi si song version)”
याद कर ..
याद कर वे दिन टूटे ,तेरे ही कारन सारे ,टूटे थे ख्वाब लेकिन ,अरमान तो कबके छूटे ,तू हसकर , तू रोकर ,मुझसे खेलना बस कर ,तू रुक मत , है हरकतइस चेहरे को भी देख मत (२) तोड़े है ख्वाब तूने ,अरमान तो कबके छूटे … याद कर वे सपने देखे ,खोली थी बोत्तलेContinue reading “याद कर ..”
The ‘Great Raj-a-Sthan Show’
उड़ गया Pilot , उड़ गया ,रेतीसे, और रजवाडो से ,जगमगाती राहो पे से ,old – guard के परछाई से ,पारिवारिक भ्रष्टाचार से ..उड़ना जाने जो इसम ,धीरे चलना वह क्यों चाहे ..उड़ गया Pilot , उड़ गया ! उड़ गया Pilot , उड़ गया ,किनारो से (Goa) , पहाड़ी से (north-east)भिक मांगे मराठी सेContinue reading “The ‘Great Raj-a-Sthan Show’”
बक्षीजी की गर्जना!
जवान का खून हैअस्सी में भी जूनून है ,रणभूमि से कोसो दूरहर साथी के शहादत से ,वे आज भी लहू – लुहान है .. तू क्या सिखाएगा इन्हे युद्ध ,तू क्या सिखाएगा इन्हे युद्ध ,उतनी तेरी औकात नहीं है !
पप्पू तुझे मोदी पे भरोसा नहीं क्या ?
पप्पू तुझे मोदी पे भरोसा नहीं क्या ?पप्पू के पास है आलूहार से बेहाल , और बेकाबू माँ की ममता में ये पागलबहना ने भेजे दो टायर जुमले में छा गए बादल ,लोधी बंगले को तू खली कर … पप्पू तुझे मोदी पे भरोसा नहीं क्या ?पप्पू के पास है MoU ,आत्मनिर्भर में ‘rape इनContinue reading “पप्पू तुझे मोदी पे भरोसा नहीं क्या ?”
वक्त का क्या गुनाह है ?
वक्त मै बर्बाद करता हुवक्त का क्या गुनाह है ?थम जाये भले ज़िन्दगीदौड़ने में भी तो इज़्तिरार हैकभी चाय की चुस्कियां ही ले लो ,उस धुवे में छिपे नशे का सुकून अलग है .. वक्त मै बर्बाद करता हुवक्त का क्या गुनाह है ?इन दूरियों का भले हो गम ,किसी आशिक़ के मोहब्बत काइख़्तिताम भीContinue reading “वक्त का क्या गुनाह है ?”
Sunday morning!
Every Sunday morning,U wake up in the sky! Rising in the silk gown,The teddy by your sideCurtains downDazzy townThe half-melted eyes,Woken by my sound..Every Sunday morning…Every Sunday morning… Every Sunday morning,U love the Hornbill flying high! Ice cube and the tea,Walking to ur pink bed,Butter on the bread,Rolling down ur cerise shadeThe fully-melted eyes,Now cravingContinue reading “Sunday morning!”
दिल की कौन सुनता है ?
दिल ने चाहा मगर ,दिल की कौन सुनता है ?कदम बढे रहाइश की औरदिल में बसी उमंग है ,इंतजार शुरू किया इफ्तिकार से ,पर इंतजार इम्तहान बन गया है … दिल ने चाहा मगर ,दिल की कौन सुनता है ?जिससे मोहब्बत की थी जनाब ,धुंदला उसका नफ़्स है ,आयने के परामर्श से शुरू किया प्यारContinue reading “दिल की कौन सुनता है ?”
An end to the beginning!
Is this an end to the beginning?Waving on the banks of Sabarmati,The benign portray,Had betrayed the dream,The white silk shone in the golden sun,The dragons flew and the elephants roared,On the Dravidian land, the Mahabalipuram… Is this an end to the beginning?The time arrived to demonstrate loyalty,The Pakistani song remained on the lips,The terrorists guarded,WithContinue reading “An end to the beginning!”